40 लाख की डकैती का खुलासा, 4 गिरफ्तार लूट का माल व डीसीएम बरामद
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लखनऊ। क्राइम ब्रांच लखनऊ, क्राइम टीम डीसीपी पूर्वी, सर्विलांस सेल एडीसीपी पूर्वी, थाना चिनहट व थाना गोमतीनगर की संयुक्त पुलिस टीम द्वारा डकैती की घटना का सफल अनावरण करते हुए 4 शातिर डकैतों को गिरफ्तार किया गया है। साथ ही 21 बोरी कॉपर तार, 5 बोरी लोहे की प्लेटें (संयुक्त कीमत लगभग 40,00,000 रुपये) व 4,200 रुपये नगद समेत घटना में प्रयुक्त 1 डीसीएम ट्रक, 2 अवैध तमंचा 315 बोर, 4 जिन्दा कारतूस 315 बोर व 4 मोबाइल फोन बरामद किया है। पूछताछ में पता चला कि लूटे कॉपर वायर को एक बड़े स्क्रैप कारोबारी को बेचने की तैयारी में थे। वारदात के दौरान शहर में एंट्री करने से पहले डीसीएम का नंबर मिटा दिया था। इसके अलावा इनके वारदात के समय इनके द्वारा मोबाइल का इस्तेमाल नहीं किया गया था। जिसकी वजह से अभियुक्तों को पकड़ने में परेशानी आ रही थी। अभियुक्त लूटा माल को बेचने के दिल्ली ले जा रहे थे, जिन्हें बीच रास्ते से गिरफ्तार कर लिया गया। अभी लूट का सरगना अनवार व मिराज और इसके चार अन्य साथी फरार हैं। जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार प्रयासरत है।
डीसीपी पूर्वी प्रबल प्रताप सिंह ने डकैती का
पर्दाफाश करते हुए बताया कि 27 जनवरी को संजीव अग्रवाल द्वारा लिखित तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया। उनके द्वारा बताया गया कि इनके देवा रोड अपट्रान स्थित बालाजी ट्रांसफार्मर फैक्ट्री में 8-10 अज्ञात व्यक्तियों द्वारा दीवाल फांद कर फैक्ट्री में घुसकर सुरक्षा गार्ड को बंधक बनाकर पिस्टल दिखाते हुए कमरे में बंधक बनाकर फैक्ट्री के अन्दर से कापर का तार व लोहे की प्लेटें लूट कर ट्रक में लादकर भाग गये है।
उक्त तहरीर पर तत्काल मुकदमा दर्ज कर थाना चिनहट सर्विलांस सेल, क्राइम टीम व अन्य विभिन्न टीमें गठित कर घटना के अनावर के लिए इलेक्ट्रानिक साक्ष्य, सीसीटीवी कैमरोें व सोशल मीडिया अन्य साक्ष्य संकलन की कार्रवाई के क्रम में मटियारी चौकी पर घटना में प्रयुक्त वाहन डीसीएम के संबंध में आपस में विचार विमर्श कर रहे थे। वाहन स्वांमी के संबंध में ई-चालान एप पर देखा गया तो धरातलीय अभिसूचना एंव सोशल मीडिया एंव इलेक्ट्रॉनिक साधनों के माध्यम से वाहन स्वामी के सत्यापन व अन्य जानकारी के लिए प्रभारी निरीक्षक चिनहट टीम के साथ जनपद बरेली के लिए प्रस्थान किया गया।
वाहन स्वामी के घर के आसपास गोपनीय तौर पर जानकारी करने के लिए मुखबिर खास को घटना के संबंध में अवगत कराकर मामूर किया गया। कुछ देर बाद मुखबिर खास ने आकर बताया कि वाहन स्वामी अन्य साथी डीसीएम से कुछ माल लेकर दिल्ली जाने के लिए निकले है यदि जल्दी करें तो हो सकता है पकड़ा जा सकता है और बरामादगी हो सकती है। इस सूचना पर विश्वास कर प्रभारी निरीक्षक टीम के साथ अपने अपने साधनों से तत्काल दिल्ली जाने वाले मार्ग पर निकले के लिए दिशा निर्देश देकर प्रस्थान किया गया। बरेली से निकल कर लगभग 15 से 20 कि.मी चलने के बाद डीसीएम दिखाई दी। वाहन की स्पीड बढ़ाकर डीसीएम को रोकने का प्रयास किया गया तो डीसीएम के चालक द्वारा जानबूझ कर मेरी गाड़ी में साइड मारने का प्रयास किया।
पुन: दाहिने तरफ गाड़ी को ओवर टेक कर जैसे ही गाड़ी के सामने आकर हाथ के इशारे रोकने का प्रयास किया गया तो चालक द्वारा और स्पीड तेज कर गाड़ी के ऊपर जान से मारने की नियत चढ़ाने का प्रयास किया जिसमें टीम बाल बाल बचते उक्त डीसीएम को फतेहगंज पश्चिमी बाईपास बरेली पर रोक लिया गया। उक्त डीसीएम में बैठे व्यक्ति उतर कर भागने लगे कि दौड़ा कर घेर घार कर चारों व्यक्तियों को पकड़ लिया। गिरफ्तार अभियुक्त का नाम सलीम मियां पुत्र फुन्दन मियां, गुड्डू पुत्र हीम बख्श,अली हसन पुत्र गुलाम हुसैन, नन्द किशोर उर्फ सागर पुत्र परमानन्द है। पूछताछ करने के बाद चारों अभियुक्तों को जेल भेज दिया गया। उन्होंने बताया कि गैग का सरगना अनवार के ऊपर बरेली में पहले से करीब पांच मुकदमे दर्ज है। यह शातिर किस्म का अपराधी है। सरगना के गिरफ्तार होने के बाद भी वारदात की पूरी जानकारी मिल पाएंगी।
