September 5, 2025

पहले बनाता डुप्लीकेट चाभी, लगाता जीपीएस, फिर उड़ाता फॉर्च्यूनर

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लखनऊ। सर्विलांस टीम डीसीपी पूर्वी व थाना गोमतीनगर की संयुक्त पुलिस टीम द्वारा अन्तर्राज्यीय शातिर वाहन चोर को किया गया गिरफ्तार। साथ ही अभियुक्तों के कब्जे से एक वाहन महिन्द्रा स्कार्पियो, दो मोबाइल फोन, 11 कार की इलेक्ट्रानिक चाभियां, दो वाई फाई डोंगल व अन्य सामान बरामद। पूछताछ में पता चला कि यह पटना, लखनऊ व रायपुर से फार्च्यूनर कार को चोरी करने के बाद राजस्थान ले जाकर लारेंस विश्नोई को गाड़ियों की सप्लाई करता है। फार्च्यूनर गाड़ी को चोरी करने लिए लखनऊ, पटना और रायपुर की सर्विस सेंटर से डुप्लीकेट चाभी बनाई। लक्जरी गाड़ी चोरी करने का काम पिछले बीस साल से करता चला आ रहा है। पिछले दिनों गाड़ी चोरी के मामले में जेल चला गया था। जेल से बाहर आने के बाद इस बार केवल फार्च्यूनर कार को चोरी करने लगा।

डीसीपी पूर्वी आशीष श्रीवास्तव ने बताया नरेन्द्र नाथ शुक्ला सृजन विहार विपुल खण्ड पुलिस को सूचना दी कि 28 दिसंबर को समय रात करीब तीन बजे फार्च्यूनर गाड़ी चोरी हो गयी है। जिसके सम्बन्ध में मुकदमा दर्ज किया गया। इसी प्रकार से 28 जनवरी को सूचना पर सहारा ओवरब्रिज के नीचे से अभियुक्त सतेंद्र सिंह शेखावत पुत्र इंद्र सिंह शेखावत निवासी हनुमान नगर, नांगल करजनी, जिला- जयपुर राजस्थान को गिरफ्तार किया गया।

इसके कब्जे से 2,47,000 रुपये नकद, एक वाहन महिन्द्रा स्कार्पियों व दो मोबाइल फोन, 11 कार की इलेक्ट्रानिक चाभियां, एक चाभी दो पहिया वाहन, एक चार पहिया वाहन चाभी, दो वाई फाई डोंगल, एक हथौड़ा, एक छेनी, दो नंबर प्लेट बरामद हुआ। अभियुक्त सतेन्द्र ने बताया कि चोरी की गयी गाड़ी एजेंसी पर सर्विस होने सर्विस सेंटर पर गयी थी तो वही जाकर मैंने एक्सपैड दो किट के माध्यम से उस गाड़ी की चाबी तैयार कर ली थी तथा ओबीडी पोर्ट में जीपीएस लगा दिया था। फिर गाड़ी चोरी करने के दो दिन पहले मैं लोकेशन ट्रेस करके सृजन विहार कालोनी में गाड़ी देखने गया था उस दिन गेट पर कोई गार्ड नहीं था लेकिन जिस दिन चोरी करने गया उस दिन घना कोहरा था। गेट पर मौजूद गार्ड को धौंस दिखाकर गाड़ी चुरा ले गया था। गाड़ी को चुराने के बाद नंबर प्लेट हटाकर फर्जी नंबर प्लेट लगा दी थी और गाड़ी को लेकर शहर के अंदर पार्किंग में खड़ी कर दिया।

फिर दो दिन बाद आकर गाड़ी को लेकर राजस्थान चला गया। बरामद चाभियों के बारे में कड़ाई से पूछताछ करने पर बता रहा है कि ये सभी चाबियां जो आपने बरामद की है वो मैं गाड़ियों के लाक खोलने मे प्रयोग में लाता हूं। ये चाभियां मै पहले आकर बना चुका हूं। इसमें से कुछ चाभियां लखनऊ की गाड़ियों की हैं तथा कुछ चाभियां बिहार की हैं। उनमें जीपीएस लगा दिया है। अभियुक्त ने बताया कि मैं यहां से पहले भी लखनऊ में 27 नवंबर 2023 को तेलीबाग चौराहे से 1-2 किलोमीटर आगे एक सफेद रंग की फार्च्यूनर कार चोरी किया था। 22 नवंबर 2023 को दारुलशफा के पास से एक काले रंग की फार्च्यूनर कार चोरी किया था।

लखनऊ में अन्य कई जगहों से कई फार्च्यूनर कार व अन्य गाड़ियां चोरी कर चुका हूं तथा कानपुर, गोरखपुर व कई राज्यों से भी गाड़ियां चोरी कर चुका हूं व अन्य जगहों से भी मैने गाड़ियां चुराई है। मेरे खिलाफ राजस्थान, दिल्ली, हरियाणा, महाराष्ट्र, गुजरात, तेलंगाना, कर्नाटक व मध्य प्रदेश आदि राज्यों में भी चोरी के मुकदमे दर्ज है तथा मैं तेलंगाना व बंगलुरु व अन्य राज्यों में जेल भी जा चुका हूं। बोला कि पहले आकर सर्विस सेंटर में सर्विस के लिये आयी हुई गाड़ियों में एक्सपैड 2 साफ्टवेयर व किट के माध्यम से उसकी डुप्लीकेट चाभी तैयार करके गाड़ी के ओबीडी पार्ट में लेट्सस्ट्रैक जीपीएस डिवाइस लगाता हूं और उसके बाद उस गाड़ी को जीपीएस के माध्यम से ट्रेस करके जहां वह खड़ी रहती है वहां जाकर उसको चोरी करके ले जाता हूं।

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